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श्रावण मास की दूसरी सोमवारी
श्रावण मास की दूसरी सोमवारी
Posted on 20 July 2025 | by Astro Star Talk
श्रावण मास की दूसरी सोमवारी 2025 – तिथि, महत्व, पूजन विधि और ज्योतिषीय प्रभाव
तिथि और दिनांक
वर्ष 2025 में श्रावण मास की दूसरी सोमवारी 21 जुलाई 2025 (सोमवार) को पड़ रही है। यह सोमवारी प्रथम के बाद और भी अधिक श्रद्धा, संयम और भक्ति का प्रतीक मानी जाती है। भगवान शिव की उपासना हेतु यह दिन विशेष पुण्यदायी होता है।
श्रावण सोमवारी का महत्व
श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। इस संदर्भ में दूसरी सोमवारी के लिए विशेष श्लोक है:
“श्रावणस्य तु द्वितीयायां सोमवारे विशेषतः।
यः शिवं पूजयेत् भक्त्या रोगशांत्यै सुखाय च॥”
अर्थ:
श्रावण मास की दूसरी सोमवारी को जो व्यक्ति भगवान शिव का भक्तिपूर्वक पूजन करता है, उसे रोगों से मुक्ति और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
दूसरी सोमवारी का विशेष महत्व
- दूसरी सोमवारी पर व्रत रखने से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- यह सोमवारी विशेष रूप से चंद्रमा और मंगल ग्रह के दोष निवारण के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है।
- विवाह, संतान सुख, रक्त विकार, तनाव और पारिवारिक कलह निवारण हेतु यह दिन अत्यंत प्रभावकारी होता है।
- कांवड़ यात्रा भी इस समय तीव्र गति पर रहती है, जब भक्त पवित्र नदियों से जल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।
दूसरी सोमवारी की पूजन विधि
- प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ सफेद अथवा पीले वस्त्र धारण करें।
- शिवलिंग का जल, दूध, दही, घी और शहद से रुद्राभिषेक करें।
- बेलपत्र, आक के सफेद फूल, भांग, धतूरा और चंदन अर्पित करें।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करते हुए दीपक और धूप से आरती करें।
- संध्या समय शिव कथा का श्रवण करें या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद करें। (निर्जला व्रत हो तो संध्या को भी पारण कर सकते हैं।)
ज्योतिषीय दृष्टि से दूसरी सोमवारी का प्रभाव
- दूसरी सोमवारी विशेष रूप से चंद्रमा और मंगल ग्रह के दोष निवारण हेतु प्रभावकारी मानी जाती है।
- जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर, मानसिक असंतुलन, रक्त विकार, विवाह में विलम्ब, भाई-बहन से विवाद अथवा मंगल दोष हो, उन्हें इस दिन रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र जाप अवश्य करना चाहिए।
- यह दिन राहु और मंगल के योग से उत्पन्न अंगारक दोष को भी शांत करता है।
विशेष उपाय (Astro Star Talk Recommendation)
21 जुलाई 2025, दूसरी सोमवारी के दिन करें यह उपाय:
- शिवलिंग पर कच्चा दूध और गंगा जल मिश्रित कर अभिषेक करें।
- 5 लाल पुष्प अर्पित करें और “ॐ सोमाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- संध्या को 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
यह उपाय मानसिक और शारीरिक रोग निवारण, चंद्रमा-मंगल दोष शांति, विवाह संबंधी समस्याओं के समाधान और पारिवारिक सुख की प्राप्ति में सहायक होगा।
श्रावण दूसरी सोमवारी – संक्षिप्त सारांश
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विशेष तथ्य |
विवरण |
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तिथि |
21 जुलाई 2025 |
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वार |
सोमवार |
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उपास्य देवता |
भगवान शिव |
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मुख्य मंत्र |
ॐ नमः शिवाय |
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मुख्य लाभ |
मानसिक शांति, स्वास्थ्य लाभ, विवाह सफलता, चंद्र-मंगल दोष निवारण |
अंतिम संदेश
श्रावण मास की दूसरी सोमवारी का व्रत और भगवान शिव की उपासना साधक के जीवन से रोग, कष्ट, बाधाएँ दूर कर सुख, शांति और सफलता प्रदान करती हैं। इस पवित्र अवसर पर भगवान शिव का ध्यान कर पूर्ण भक्ति से उनका पूजन करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
एस्ट्रो स्टार टॉक की ओर से आप सभी को श्रावण मास की दूसरी सोमवारी की मंगलकामनाएँ।
हर हर महादेव।